बैंक से जुड़ी असफलता के कारण, समाधान और जरूरी जानकारी
प्रस्तावना:
भारत सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक मदद के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) एक ऐतिहासिक पहल है। इस योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को सालाना ₹6,000 की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जाती है, जिसे ₹2,000 की तीन किस्तों में जारी किया जाता है।
लेकिन हाल ही में कई किसानों को यह शिकायत रही है कि उन्हें किस्त नहीं मिली है। जब वे योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी स्थिति देखते हैं तो वहां “Failure Code 75” लिखा हुआ दिखाई देता है। यह कोड बहुत से किसानों के लिए परेशानी का कारण बन गया है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि PM-KISAN योजना में Failure Code 75 क्या है, इसके बैंक से जुड़ी वजहें क्या हैं, समाधान क्या है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
क्या है ‘Failure Code 75’?
जब PM-KISAN योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को लाभांश देने के लिए पैसे ट्रांसफर करती है, तो यह भुगतान Aadhaar Based Payment System (ABPS) के माध्यम से किया जाता है। इस प्रणाली के अंतर्गत किसान का आधार कार्ड NPCI (National Payments Corporation of India) के माध्यम से उसके बैंक खाते से लिंक होना आवश्यक होता है।
Failure Code 75 का अर्थ है कि:
NPCI द्वारा किसान का खाता मैप नहीं है या NPCI से डी-मैप हो चुका है।
इसका सीधा सा मतलब है कि किसान का बैंक खाता आधार से तो लिंक हो सकता है, लेकिन वह NPCI प्लेटफॉर्म पर एक्टिव नहीं है, इसलिए भुगतान में बाधा आ रही है।
बैंक से जुड़ी मुख्य समस्याएं जो कोड 75 का कारण बनती हैं:
1. NPCI मैपिंग का न होना या रद्द हो जाना
- किसानों का खाता NPCI के साथ मैप नहीं होता।
- या पहले से मैप था लेकिन अब वह डी-मैप (De-map) हो चुका है।
2. बैंक खाता बंद या निष्क्रिय हो जाना
- कई किसान ऐसे खातों की जानकारी योजना में दर्ज कर देते हैं जो अब सक्रिय नहीं हैं।
- बैंक ने खाता बंद कर दिया हो, या उसमें लंबे समय से कोई लेनदेन न हुआ हो।
3. आधार और बैंक विवरण में भिन्नता
- यदि किसान के आधार कार्ड में नाम ‘राजकुमार सिंह’ है और बैंक में ‘R.K. Singh’ है, तो NPCI मैपिंग अस्वीकार कर दी जाती है।
- IFSC कोड या खाता संख्या में छोटी सी त्रुटि भी भुगतान विफल कर सकती है।
4. एक ही आधार से कई खाते जुड़े होना
- अगर किसान का आधार एक से अधिक बैंक खातों से लिंक है और NPCI में प्राथमिक खाता तय नहीं किया गया है, तो भुगतान में असमर्थता हो जाती है।
5. बैंक शाखा द्वारा NPCI मैपिंग न भेजना
- कई बार बैंक कर्मचारी NPCI मैपिंग फॉर्म भरवाने के बाद इसे समय पर अपलोड नहीं करते, जिससे तकनीकी रूप से वह खाता NPCI प्लेटफॉर्म पर सक्रिय नहीं होता।
कैसे जांचें कि आपका भुगतान असफल हुआ या नहीं?
- वेबसाइट खोलें: https://pmkisan.gov.in
- होमपेज पर “Beneficiary Status” ऑप्शन चुनें।
- अपना आधार नंबर / मोबाइल नंबर / बैंक खाता नंबर दर्ज करें।
- OTP के माध्यम से लॉगिन करें।
- यदि “Payment Failed Due to Error Code 75” लिखा है, तो समझ लें कि NPCI से संबंधित कोई समस्या है।
समाधान: कोड 75 की समस्या को कैसे ठीक करें?
1. बैंक में जाकर NPCI मैपिंग अपडेट कराएं
- किसान को अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर NPCI ABPS फॉर्म भरना चाहिए।
- यह फॉर्म आपको बैंक से मिलेगा, जिसमें आपको अपना आधार नंबर, बैंक खाता संख्या, IFSC कोड भरना होगा।
- फॉर्म के साथ आधार की कॉपी और बैंक पासबुक की कॉपी संलग्न करें।
कुछ ही दिनों में NPCI मैपिंग पूरी हो जाती है और अगली किस्त आने के अवसर बढ़ जाते हैं।
2. Aadhaar को दोबारा लिंक कराएं
- बैंक में आधार से लिंकिंग फिर से करवाएं, क्योंकि कई बार सिस्टम में त्रुटियों की वजह से लिंकिंग फेल हो जाती है।
- बैंक कर्मचारी से पूछें कि “क्या मेरा खाता आधार से NPCI में ABPS के लिए एक्टिव है?”
3. PM-KISAN पोर्टल पर डिटेल्स अपडेट करें
- “Edit Aadhaar Failure Records” विकल्प पर जाकर, गलत बैंक डिटेल्स या आधार नंबर को सुधारें।
- सही IFSC कोड, खाता संख्या और नाम दर्ज करें।
4. CSC केंद्र या लेखपाल से संपर्क करें
- यदि किसान ऑनलाइन फॉर्म नहीं भर सकता, तो CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) या अपने गांव के लेखपाल से संपर्क करें।
- वे आवश्यक दस्तावेज लेकर ऑनलाइन सुधार कर सकते हैं।
सहायता के लिए संपर्क सूत्र:
माध्यम | विवरण |
---|---|
टोल फ्री नंबर | 155261 |
हेल्पलाइन नंबर | 011-24300606 |
ईमेल | pmkisan-ict@gov.in |
वेबसाइट | https://pmkisan.gov.in |
जरूरी दस्तावेज जो लेकर जाएं:
- ✅ आधार कार्ड की फोटोकॉपी
- ✅ बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
- ✅ एक फोटो (यदि मांगा जाए)
- ✅ PM-KISAN आवेदन संख्या (यदि उपलब्ध हो)
- ✅ NPCI ABPS फॉर्म (बैंक से मिलेगा)
अक्सर की जाने वाली गलतियाँ:
- गलत खाता संख्या भरना
- पुराना या बंद खाता देना
- Aadhaar लिंक तो है लेकिन NPCI में मैपिंग नहीं कराना
- नाम में वर्तनी की त्रुटि
- CSC पर गलत जानकारी दर्ज कराना
उपयोगी सुझाव:
- हर बार किस्त आने से पहले वेबसाइट पर Beneficiary Status जरूर चेक करें।
- हर 6 महीने में अपने बैंक जाकर NPCI मैपिंग की स्थिति जांचें।
- नाम, आधार, बैंक खाता संख्या, IFSC कोड आदि विवरण एक समान रखें।
- पुराने खाते को बदलकर नया और एक्टिव खाता दर्ज करें।
एक किसान की कहानी:
राजस्थान के किसान भंवरलाल जी को 3 किस्तें नहीं मिलीं। उन्होंने PM-KISAN पोर्टल पर चेक किया तो “Failure Code 75” लिखा था। बैंक जाकर पता चला कि NPCI में उनका खाता मैप नहीं था। उन्होंने NPCI ABPS फॉर्म भरा, खाता दोबारा लिंक कराया और दो महीने बाद तीनों लंबित किश्तें उनके खाते में जमा हो गईं।
निष्कर्ष:
PM-KISAN योजना लाखों किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता प्रणाली है। लेकिन यदि NPCI से संबंधित मैपिंग नहीं होती है, तो Failure Code 75 जैसी समस्याएं सामने आती हैं। यह समस्या भले ही तकनीकी हो, लेकिन इसका समाधान आसान है – बैंक जाकर NPCI मैपिंग अपडेट कराना।
यदि किसान जागरूक रहें और समय पर अपने दस्तावेज जांचते रहें, तो ऐसी किसी भी तकनीकी बाधा से बचा जा सकता है। सरकार का उद्देश्य किसानों तक सीधी सहायता पहुँचाना है और इसमें हर किसान की भागीदारी आवश्यक है।