प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan): 10 करोड़ किसानों के खातों में आज आएंगे ₹2000, जानिए पूरी जानकारी
परिचय
किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से भारत सरकार ने वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक यह योजना करोड़ों किसानों के लिए एक वरदान साबित हुई है। सरकार प्रत्येक पात्र किसान को सालाना ₹6,000 की सहायता राशि तीन किस्तों में देती है। यह किस्तें सीधे किसानों के बैंक खातों में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती हैं।
आज यानी 2 अगस्त 2025 को पीएम-किसान योजना के अंतर्गत 20वीं किस्त जारी की जा रही है। इस बार करीब 10 करोड़ किसानों को ₹2000 की राशि उनके खातों में भेजी जाएगी। आइए इस योजना से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी, पात्रता, प्रक्रिया, लाभ और हालिया अपडेट को विस्तार से जानते हैं।
पीएम-किसान योजना: शुरुआत और उद्देश्य
PM-Kisan योजना को 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। इस योजना का उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वे खेती के लिए जरूरी संसाधन जुटा सकें और कर्ज के बोझ से कुछ हद तक राहत पा सकें।
इस योजना की प्रमुख बातें:
- प्रति किसान परिवार को सालाना ₹6,000 की सहायता
- तीन किस्तों में भुगतान: ₹2000-₹2000 हर चार महीने में
- DBT के माध्यम से सीधा भुगतान
- केवल पात्र किसानों को ही लाभ
20वीं किस्त की बड़ी सौगात
2 अगस्त 2025 को 20वीं किस्त किसानों के बैंक खातों में जमा की जा रही है। यह एक बहुत बड़ी रकम है जो ₹20,000 करोड़ से अधिक की है। इस किस्त का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने समय पर रजिस्ट्रेशन किया है और जिनकी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस किस्त को डिजिटल माध्यम से देशभर में लॉन्च किया जाएगा। इस आयोजन में लाखों किसान वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगे।
किन्हें मिलेगा 20वीं किस्त का लाभ?
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने निम्नलिखित शर्तें पूरी की हों:
- रजिस्ट्रेशन पूरा किया हो: किसान का नाम योजना में दर्ज होना जरूरी है।
- eKYC पूरा हो: सरकार ने स्पष्ट किया है कि बिना eKYC के कोई भी किसान किस्त का लाभ नहीं पा सकेगा।
- भूमि रिकॉर्ड सही हो: किसान के नाम पर कृषि योग्य जमीन होनी चाहिए और उसका रिकॉर्ड पोर्टल पर अपलोड होना चाहिए।
- आयकरदाता न हों: यदि कोई किसान आयकर देता है तो उसे इस योजना से बाहर कर दिया जाता है।
- सरकारी कर्मचारी न हों: सरकारी या अर्द्ध-सरकारी सेवाओं में कार्यरत लोग इस योजना के पात्र नहीं हैं।
ऐसे चेक करें अपना नाम और स्टेटस
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स का पालन करें:
- वेबसाइट खोलें: https://pmkisan.gov.in
- “Beneficiary Status” पर क्लिक करें
- आधार नंबर / मोबाइल नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज करें
- “Get Data” पर क्लिक करें
- आपका स्टेटस और भुगतान विवरण स्क्रीन पर आ जाएगा
Beneficiary List देखने के लिए:
- राज्य → जिला → तहसील → ब्लॉक → गांव चुनें
- लाभार्थियों की सूची अपने गांव के अनुसार देख सकते हैं
क्या है e-KYC और क्यों जरूरी है?
ई-केवाईसी (eKYC) यानी इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी, एक ऐसा प्रोसेस है जिसके माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करती है कि किसान की पहचान और उसकी जमीन का विवरण सही है।
ई-केवाईसी करने के दो तरीके:
- OTP के माध्यम से ऑनलाइन:
- pmkisan.gov.in पर जाएं
- “e-KYC” ऑप्शन चुनें
- आधार नंबर दर्ज करें और OTP से प्रक्रिया पूरी करें
- CSC सेंटर के माध्यम से:
- नजदीकी CSC केंद्र पर जाएं
- आधार कार्ड और बायोमेट्रिक से सत्यापन कराएं
अगर कोई किसान eKYC नहीं कराता है तो उसे किस्त नहीं मिलेगी।
किन किसानों को नहीं मिलेगा लाभ?
कुछ श्रेणियों के किसान इस योजना के लिए अपात्र माने जाते हैं। जैसे:
अपात्र किसान श्रेणी | कारण |
---|---|
आयकरदाता | सरकार से आय का हिसाब देने वाले किसान को यह सब्सिडी नहीं मिलती |
सरकारी कर्मचारी | केंद्र या राज्य सरकार के स्थायी कर्मियों को लाभ नहीं |
डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, सीए | यदि प्रैक्टिस में हैं तो अपात्र माने जाते हैं |
नगर निगम के अधिकारी | म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के निर्वाचित प्रतिनिधि |
पेंशनधारी | ₹10,000 से ऊपर पेंशन पाने वाले व्यक्ति |
अब तक जारी किस्तें और आंकड़े
किस्त संख्या | तिथि | लाभार्थी | कुल राशि (₹ में) |
---|---|---|---|
1वीं किस्त | फरवरी 2019 | 3 करोड़ | ₹6000 करोड़ |
10वीं किस्त | जनवरी 2022 | 9 करोड़ | ₹18,000 करोड़ |
15वीं किस्त | नवंबर 2023 | 8.5 करोड़ | ₹17,000 करोड़ |
20वीं किस्त | अगस्त 2025 | 10 करोड़ | ₹20,000 करोड़ |
अब तक इस योजना के तहत ₹2 लाख करोड़ से अधिक की राशि किसानों को दी जा चुकी है।
मोबाइल पर ऐसे पाएं सूचना
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी किस्त आ गई है या नहीं, तो निम्न तरीके अपनाएं:
- SMS: बैंक द्वारा ट्रांजैक्शन का संदेश
- PM-KISAN मोबाइल ऐप: Google Play Store से डाउनलोड करें
- UMANG ऐप: सरकारी सेवाओं का समग्र प्लेटफॉर्म
- बैंक पासबुक: निकटतम बैंक जाकर एंट्री करें
किस्त न आने पर कहां शिकायत करें?
अगर किसी किसान को अब तक राशि प्राप्त नहीं हुई है, तो वे नीचे दिए गए माध्यमों से शिकायत कर सकते हैं:
- हेल्पलाइन नंबर:
- 155261
- 011-24300606 / 011-23381092
- ईमेल: pmkisan-ict@gov.in
- राज्य कृषि विभाग कार्यालय
- CSC केंद्र: जहां से रजिस्ट्रेशन किया गया था
राज्यवार लाभार्थियों की संख्या
राज्य | अनुमानित लाभार्थी |
---|---|
उत्तर प्रदेश | 2.4 करोड़ |
बिहार | 1.2 करोड़ |
महाराष्ट्र | 1 करोड़ |
मध्य प्रदेश | 80 लाख |
राजस्थान | 70 लाख |
गुजरात | 65 लाख |
ओडिशा | 45 लाख |
तमिलनाडु | 40 लाख |
अन्य राज्य | 3.1 करोड़ |
सरकार का कहना
कृषि मंत्री ने हाल ही में प्रेस वार्ता में बताया:
“प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के जीवन में बदलाव ला रही है। यह केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि किसानों के सम्मान की भी योजना है। इस योजना से हमने किसानों की आज़ादी सुनिश्चित की है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने भी कई बार इस योजना की प्रशंसा की है और इसे “देश के अन्नदाता को सम्मान” कहा है।
योजना की प्रमुख उपलब्धियाँ
- सीधे खातों में पैसा: बिचौलियों की भूमिका खत्म
- महिलाओं की भागीदारी: महिला किसानों को भी सीधा लाभ
- ई-गवर्नेंस: पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और डिजिटल
- कर्ज पर निर्भरता कम: छोटी जरूरतों के लिए कर्ज की आवश्यकता घटी
- गांव स्तर तक प्रभाव: यह योजना गांव की आर्थिक गतिविधियों को गति देती है
आलोचनाएं और चुनौतियाँ
जहां इस योजना की सराहना की जाती है, वहीं कुछ आलोचनाएं भी सामने आती हैं:
- कई किसानों को अब तक eKYC की प्रक्रिया समझ नहीं आई है
- कई राज्यों में भूमि रिकॉर्ड डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया धीमी है
- कुछ किसानों को हर किस्त समय पर नहीं मिल पाती
- गलत नाम, खाता नंबर या आधार नंबर के कारण भुगतान अटक जाता है
सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि इन समस्याओं का समाधान समय पर हो।
निष्कर्ष
PM-Kisan योजना आज भारत के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा बन चुकी है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को सम्मान और आत्मनिर्भरता देना है। आज की 20वीं किस्त का वितरण यह दर्शाता है कि सरकार किसानों के हित के लिए लगातार सक्रिय है। यह पैसा किसानों के लिए खाद, बीज, कीटनाशक और अन्य कृषि जरूरतों को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगा।
जो किसान अभी भी योजना में रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए हैं, उनके लिए यह एक अवसर है कि वे जल्द से जल्द आवेदन करें और अपनी eKYC प्रक्रिया पूरी करें, ताकि अगली किस्त का लाभ उठा सकें।
“किसान खुशहाल तो देश मजबूत!”
जय जवान, जय किसान!